दिन-रात, प्रात, जज्बात हो तुम, मेरे दिल मे जो है वो बात हो तुम।
मेरा भाषा मेरि अभिलाषा हो, मै सागर मेरा प्यास हो तुम।
जिसपे टिकि है ये दुनिया सारि, हं मेरा वो विश्वाश हो तुम।
तुम्हे पता नही तुम चिज़ हो क्या, मेरे होने का अहसास हो तुम।
तेरा मेरा रिश्ता है पावन, तेरे जुल्फों कि घटा है मेरा सावन
ये प्यार बडी मतवालि है, ओठो कि लालि दिवाली है
तारिफ तेरि मै करू भि तो क्या, बिन तेरे क्या कहुँ चुप रहुँ भि तो क्या
तेरि हर अदा निरालि है, तेरा मौन भि बडा सवालि है
जो जिने को जरूरि वो साँस हो तुम, मेरे दिल का अहसास हो तुम
सबसे परे हो, सबसे प्यारि भि, मेरि यार हो तुम, हं मेरा प्यार हो तुम।
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