हदों मे रह के कब तब यूँ जिए जाएंगे
और तडपाओ न मेरि जान सह न पाएंगे
दिल लगा के हमसे हमे तुने दिललगी दि है
तेरि मोहब्बत ने हमे जिन्दगी दि है
तु जो कह दे तो अपनी जिन्दगी भि हार जाएंगे
तेरि बाहों मे रहके प्यार हम निभाएंगे
हदों मे रह के कब तब यूँ जिए जाएंगे
और तडपाओ न मेरि जान सह न पाएंगे
इस दिल के गुनाहो कि तु जमानत है
मेरा ये दिल भि अब तेरि हि अमानत है
मेरे हर धडकन मे तेरा हि आना जाना है
ऐ सनम मेरि ये तेरा हि दिवाना है
अपनि साँसो मे भि तेरा नाम ही बसाएंगे
हदों मे रह के कब तब यूँ जिए जाएंगे
और तडपाओ न मेरि जान सह न पाएंगे
जान-ए-मन जान-ए-जिगर जा-ए-तमन्ना हो तुम
मेरे दिल कि किताबों का हर पन्ना हो तुम
नुर कोहिनुर भि तुझहीं से तो चुराता है
रातों मे निकला न करो चाँद भि शर्माता है
तेरि आँखो को अपना आइना बनाएंगे
हदों मे रह के कब तब यूँ जिए जाएंगे
और तडपाओ न मेरि जान सह न पाएंगे
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